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गुरुवार, 16 सितंबर 2010

suhavne mousam ki sair

s शाम के लगभग सात बजे होंगे ,मौसम बड़ा सुहावना था .उसी समय चार दोस्त टहलने निकले ,वे आपस में बातें करते आगे बढ़े ही थे ,तभी उन्हें एक सुन्दर लडकी दिखाई दी .उसे देखकर उनमें से एक ने कहा -
       आए-हाय !जानेमन कैसी हो ,
       लडकी संकुचाकर आगे बढ़ी ही थी ,
       दूसरे ने आवाज लगाई ,
      ओय होय मेरी जान दिल तोड़कर  कहाँ चली ,
लडकी ने इस पर भी कोई जबाब नहीं दिया ,
तब तीसरा उछलता हुआ उसके पास पहुचा ,
और बोला भाभी जी जरा इधर तो आइये ,
इस पर लडकी को गुस्सा आ गया ,
उसने पैर में से चप्पल निकालकर,
उसके सर पर पटकनी शुरू की ,
यह देख उसके साथी भाग खड़े हुए ,
             उनको भागते हुए देख लडकी ने कहा,                                 आ जरा तुम्हारा  भी दिल जोड़ दूं !!!!!!!!!!

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