Translate

शनिवार, 11 सितंबर 2010

adarsh chhatra

aछात्र को कौए के समान चेष्टाशील ,बगुले के समान ध्यानरत ,कुत्ते के समान कम सोने वाला ,कम खाने वाला तथा ज्ञान प्राप्ति के लिए घर का त्याग करने वाला होना चाहिए .छात्र को अनुशासित, आज्ञाकारी ,परिश्रमी तथा विन्रम  होना चाहिए एवं सादगी का जीवन बिताना चाहिए .जो छात्र  इसके विपरीत आचरण करते है ,वे कम ही सफल होते है .

कोई टिप्पणी नहीं: