मेरे मित्रो मेरी बात को रखकर मन में ,सफल यदि होना है तुमको निज जीवन में , दुनिया में रहकर जो कर्तव्य अपना निभाते है,अवश्य ही वे लक्ष्य प्राप्त कर लेते है,
इस बहुमूल्य जीवन को जो नष्ट करेगा,वह रहेगा पछताता जीवन-भर कष्ट भरेगा,
छोटी सी जिन्दगी में जो शुभ-कर्म कर जाते है,मरने पर उनका नाम लोग गाते है,
निज जीवन में तुमको करने है ऐसे काम,जिससे देश तुम्हारा बने महान ,
भविष्य देश का तुम पर है निर्भर,महान बनो दो देश को स्वयम भी मिटकर....
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